Anil Vij Haryana CM Post: अनिल विज ने कहा- अगली मुलाकात CM आवास पर होगी; हरियाणा मुख्यमंत्री पद पर किया दावा

अनिल विज ने कहा- अगली मुलाकात CM आवास पर होगी; हरियाणा मुख्यमंत्री पद पर किया दावा, वोट डालकर बोले- मैं सबसे वरिष्ठ नेता

Anil Vij Says I Am BJP Senior Most Leader Claims On Haryana CM Post

Anil Vij Says I Am BJP Senior Most Leader Claims On Haryana CM Post

Anil Vij Haryana CM Post: एक तरफ हरियाणा सीएम पद को लेकर जहां कांग्रेस में कुमारी शैलजा की दावेदारी चर्चा में बनी हुई है तो वहीं बीजेपी में पूर्व गृह मंत्री और अंबाला विधानसभा सीट से उम्मीदवार अनिल विज भी सीएम पद पर दावे को लेकर सुर्खियों में हैं। आज विधानसभा चुनाव की वोटिंग के दौरान अनिल विज ने एक बार फिर सीएम पद को लेकर खुलकर दावेदारी कर दी। अंबाला कैंट में वोट डालने के बाद विज ने कहा कि, अगली मुलाकात सीएम आवास पर होगी।

दरअसल, विज मीडिया से रूबरू हो रहे थे। इसी दौरान उन्होंने सीएम पद को लेकर बयान दिया। विज ने कहा कि, हरियाणा में सरकार तो बीजेपी की ही बनेगी और मुख्यमंत्री वो बनेगा जिसे पार्टी चाहेगी। मीडिया के लोगों से विज ने कहा कि, अगर पार्टी मुझे चाहेगी तो अगली मुलाकात आपसे मुख्यमंत्री आवास पर होगी। इस तरह से अनिल विज ने सीएम पद फिर से एक बार अपना दावा ठोक दिया।

मैं सबसे वरिष्ठ नेता हूं- विज

अनिल विज का कहना था कि, 2014 में जब पहली बार हरियाणा में बीजेपी की सरकार बनी, मैं तब भी सीनियर मोस्ट था और उससे 5 साल पहले जब हुड्डा की सरकार थी, तब मैं सदन में विपक्ष से विधायक दल का नेता था और इन पांच सालों में मैंने कांग्रेस की नाक में दम करके रखा। मैंने ही सारी लड़ाई लड़ी। लेकिन इसके बाद जब 2014 में हमारी सरकार हरियाणा में आई तो उस दौरान मैं सीएम पद पर दावा नहीं किया।

इसके बाद अभी 6 महीने पहले जब मुख्यमंत्री को बदला गया, मैंने तब भी सीएम पद पर दावा नहीं किया। लेकिन सारे हरियाणा में एक बात चली कि जब मनोहर लाल को हटाकर नायब सैनी को बनाया गया तो अनिल विज क्यों नहीं? इस बीच कुछ सयाने लोगों ने कहा कि, बीजेपी अनिल विज को सीएम बनाना चाहती है लेकिन विज बनना नहीं चाहते।

अनिल विज ने ऐसे लोगों को इसका जवाब मैंने दिया और कहा कि, मैंने आज तक पार्टी के किसी भी आदेश को इंकार नहीं किया है। अगर पार्टी मुझे सीएम बनाएगी तो मैं हरियाणा की तकदीर और तस्वीर बदल दूंगा। अगर पार्टी मुझे चाहेगी तो अगली मुलाकात सीएम आवास पर होगी।

हरियाणा विधानसभा चुनाव-2024 का रिजल्ट 8 को

हरियाणा विधानसभा चुनाव-2024 का रिजल्ट 8 अक्टूबर को जारी किया जाएगा। यानि इस दिन वोटों की गिनती होगी। 8 अक्टूबर के दिन उम्मीदवारों की तकदीर और बदलती तस्वीर का निर्णय हो जाएगा। साथ ही यह भी साफ हो जाएगा कि हरियाणा की जनता ने अबकी बार किसको सत्ता सौंपी है। गौरतलब है कि, इलेक्शन कमीशन (ECI) ने हाल ही में विधानसभा चुनाव के शेड्यूल में बदलाव किया था। इलेक्शन कमीशन (ECI) की ओर से नया शेड्यूल जारी किया गया. इससे पहले हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 1 अक्टूबर को वोटिंग होनी थी और 4 अक्टूबर को रिजल्ट घोषित किया जाना था।

हरियाणा में कितने पोलिंग स्टेशन और कितने वोटर

हरियाणा के 22 जिलों में कुल 90 विधानसभा सीटों में 73 जनरल, 0 ST और 17 SC सीटें हैं। वहीं हरियाणा में कुल वोटरों की संख्या 2.01 करोड़ है। इन कुल वोटरों में 1.06 करोड़ पुरुष और 0.95 करोड़ महिला वोटर शामिल हैं। वहीं हरियाणा में युवा वोटरों (उम्र-20 से 29) की संख्या 40.95 लाख है। जबकि फ़र्स्ट टाइम वोटरों (उम्र-18 से 19) की संख्या 4.52 लाख है। इसके साथ ही पीडबल्यूएस, बुजुर्ग और थर्ड जेंडर वोटर भी शामिल हैं। इसके अलावा हरियाणा में 10 हजार 495 लोकेशन पर 20 हजार 629 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं।

हरियाणा में इस बार जल्दी विधानसभा चुनाव

हरियाणा में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को समाप्त होने वाला है। यानि हरियाणा में मौजूदा सरकार का कार्यकाल 3 नवंबर, 2024 को समाप्त हो जाएगा। हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटों पर पिछला विधानसभा चुनाव साल 2019 में हुआ था। तब चुनाव आयोग ने 27 सितंबर को चुनावी नामांकन के लिए अधिसूचना जारी की थी और 4 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किए गए थे। वहीं 7 अक्टूबर नामांकन वापस लेने की तिथि थी। जबकि 2019 में हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 21 अक्टूबर को हुई थी। जिसके बाद 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव में पड़े वोटों की गिनती की गई और रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया गया था।

2019 में किसी भी पार्टी को नहीं मिला था बहुमत

2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हुआ था। हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में बहुमत के लिए किसी पार्टी को अकेले दम पर 46 सीटों की जरूरत होती है। लेकिन रिजल्ट के बाद सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने 40 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 31 सीटें, जेजेपी ने 10 और अन्य ने 9 सीटें हासिल की थी। जिसके बाद बीजेपी और जेजेपी ने आपस में गठबंधन किया और राज्य में सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व में गठबंधित सरकार चलाई। इस दौरान जेजेपी प्रधान महासचिव दुष्यंत चौटाला हरियाणा के डिप्टी सीएम रहे।

लेकिन यह गठबंधित सरकार इस साल लोकसभा चुनाव से पहले बिखर गई। 12 मार्च को बीजेपी ने जेजेपी से गठबंधन तोड़ लिया और इसके साथ ही मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद उसी दिन नायब सिंह सैनी ने सरकार बनाने के लिए तय विधायकों की संख्या के हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस समय नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा में बीजेपी सरकार है। वहीं इस बार के हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी कांग्रेस, जेजेपी और आप के बीच चौतरफा मुकाबला होने की संभावना है। उधर इनेलो भी इस बार पूरी दमखम के साथ मैदान में है।

इनेलो और मायावती की बीएसपी पार्टी गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में उतरे हैं। इस बार देखना यह होगा हरियाणा की जनता किस पार्टी को सत्ता में बैठाती है। ज्ञात रहे कि, हरियाणा लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लग चुका है। 2019 के लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी ने राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें जीतीं थीं तो वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 5 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। ये सीटें कांग्रेस के खाते में गईं। जिसे 2019 में एक भी लोकसभा सीट नहीं मिली थी।